पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र। पढ़ाई में मन लगाने का कुछ तरीके, padhai me man lagane ka mantra

पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र: padhai me man lagane ka mantra इस आर्टिकल में हम आपको बताएं हैं कि पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र और आपको बताए हैं पढ़ाई में मन कैसे लगाएं और अगर आप पढ़ाई किए भूल जाते हैं तो उसे याद कैसे रखें और भी बताएं पढ़ाई में ध्यान कैसे लगाएं सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल में पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र दिए हैं आप इसे पूरा लास्ट तक जरूर पढ़ें

padhai me man lagane ka mantra: आज के समय में पढाई को बहुत अधिक महत्त्व दिया जा रहा है। बिना किताबी ज्ञान के आपका भविष्व उज्ज्वल नहीं है।पढ़ाई का महत्त्व आज से नहीं अपितु हर एक युग में इसका चलन था। भगवान श्री राम अपनी शिक्षा के लिए महर्षि वशिष्ठ के आश्रम गए थे। श्रीरामचरित मानस में गोस्वामी श्री तुलसीदास जी लिखते हैं कि “गुरगृहं गए पढ़न रघुराई। अलप काल बिद्या सब आई। ” अर्थात भगवान श्रीराम शिक्षा के लिए गुरु के आश्रम में गए और वहां पर अपनी शिक्षा दीक्षा प्राप्त की। पढ़ाई में मन कैसे लगाएं

इसके अलावा भगवान श्रीकृष्ण अपनी शिक्षा के लिए संदीपनी आश्रम आये थे, महर्षि संदीपनी से शिक्षा लेने। इसी से आप समझिये जब स्वयं भगवन को इस धरती में रहने के लिए शिक्षा की जरुरत पड़ी तो हम और आप तो एक साधारण इंसान हैं। इसीलिए आधुनिक समय में शिक्षा को इतना महत्त्व दिया जा रहा है। सरकार भी समय समय पर कई लाभकारी योजनाएं आपकी शिक्षा के लिए ला रही है। जब भी हम किसी प्रतियोगी परीक्षा के बारे में सुनते हैं तो पता चलता है की उस जगह में बैठने के लिए बहुत अधिक पढ़ाई करनी पड़ती है। पढ़ाई में मन कैसे लगाएं

चाहे अपने सपने को साकार करना हो या फिर किसी अन्य काम के लिए आज के समय में हमें उस चीज़ का ज्ञान होना बहुत ही आवश्यक है। अगर किसी कारण वश आप या आपका बच्चा पढ़ाई नहीं करता है या फिर उसका ध्यान पढ़ाई करने के अलावा सब कामों में लगता है तो आप इन चीज़ों को जरूर फॉलो करिये आपको जल्द ही बेहतर रिजल्ट मिलेगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको पढ़ाई में मन लगाने के लिए कुछ जरुरी चीज़ों को बताएँगे जिन्हे आप इस्तेमाल करके बेहतर रिजल्ट को महसूस कर सकते हैं।

मैडिटेशन करें

पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र: पढाई में ध्यान न लगने का सबसे मुख्य कारण होता है हमारे दिमाग का एकचित्त न होना , हमारा मन जब शांत नहीं होता तो अनेक प्रकार की चीज़ें और नकारात्मक विचार मन में ही घूमने लगता है। इससे बचने के लिए हमें योग करने की आवश्यकता होती है। रोज सुबह हमें काम से काम 15 मिनट योग जरुर करना चाहिए। ऐसा करने से हमारा दिमाग शांत होता है और समस्त नकारात्मक चीज़ें धीरे धीरे दिमाग से निकल जाती हैं और हम बिलकुल फ्रेश महसूस करते हैं। योग करने के लिए आपको आपके घर के सबसे शांत स्थान में जाकर ध्यान करना है।

अपने लक्ष्य को निर्धारित करें

छात्रों को पढाई में ध्यान अपने लक्ष्य को ढूँढ कर उसे निर्धारित करना होगा। बिना लक्ष्य को निर्धारित किये आपका ध्यान पढाई में कभी नहीं लगेगा। इसके लिए आपको अपने जीवन में जो भी अचीव करना है उन चीज़ों की लिस्ट बनाकर पढ़ने के स्थान पर रख लें। इससे जब भी आपका ध्यान पढाई से भटकेगा तो आपकी नजर उस लिस्ट में जाएगी और आप पढ़ने लिए मोटिवेटेड होंगे।

ध्यान भटकाने वाली वस्तुओं से दूरी बनायें

छात्र जीवन में बहुत सी ऐसी घटनाएं होती हैं जिनकी वजह से छात्रों का धयान पढाई में नहीं लगता है। अतः छात्रों को अनावश्यक सम्बन्ध और भी बहुत सी इसी तरह की चीज़ों से उचित दूरी बना कर रखनी चाहिए।

गलत संगत और गलत आदतों से दूर रहें

छात्र का मन जब पढाई करने के लिए न लगे तो वह मेडिटेसन करे। लेकिन होता इसके बिलकुल विपरीत है। छात्रों को गुमराह करने के लिए लोग उन्हें सलाह देते हैं की नशीले पदार्थों का सेवन करो तुम्हारा धायण लगेगा, गांजा पियो दिमाग संत होगा और पढाई करने के लिए मन लगेगा। गांजा इंसानी मस्तिष्क को शून्य कर देता है जिसकी वजह से हमारा दिमाग शांत तो हो जाता है किन्तु शून्य दिमाग के अंदर कोई भी चीज़ चढ़ती नहीं है।

टाइम टेबल बनाकर पढ़ें

यह एक ऐसी चीज़ है जिसको हर एक छात्र बनाते तो हैं किन्तु इसमें अमल करने से कोसों दूर रहते हैं। छात्रों को अपने समय का सही सदुपयोग करने के लिए सही टाइम टेबल को फॉलो करना बहुत जरुरी है। छात्रों को घर के और स्वयं के जरुरी कामों के लिए एक अलग समय सारणी बनानी पड़ेगी और पढाई के लिए एक अलग समय सारणी बनानी पड़ेगी। समय सारणी बना कर उसका पालन करना कतई न भूलें।

सभी विषयों पर विशेष ध्यान दें

बहुत से छात्रों के साथ यह देखा गया है वो जिस भी विषय में कमजोर होते हैं उसमें म्हणत करके तो ठीक हो जाते हैं परन्तु बाकि विषयों में कमजोर हो जाते हैं। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सभी विषयों पर बराबर समय दें। हाँ ये बात जरुर है की जिस विषय में कमजोर हैं उस पर अतिरिक्त समय दे सकते हैं।

डिजिटल वर्ल्ड से उचित दूरी बनाकर रखें

छात्रों का पढाई में मन न लगने का सबसे बड़ा कारन है डिजिटल वर्ल्ड। कहने के लिए तो डिजिटली करण के वजह से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति आई है लेकिन छात्रों का धायण पढाई में न लगने का सबसे मुख्य कारण भी है। छात्र पढाई करने के समय में इंटरनेट के माध्यम से फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया के प्लेटफार्म में ऐसे उलझ गए हैं की उन्हें अपने सलेबस की बुक का पता ही नहीं है। आप इंटरनेट का इस्तेमाल अपने समय को बर्बाद करने के बजाय उसे भी लगा सकते हैं।

खुद को फिट रखें

पढ़ाई में मन लगाने के लिए हमारा फिजिकली और मेंटली फिट होना बहुत ही जरुरी है। बिना शारीरिक कुशलता के आपका मन पढ़ाई में नहीं लगेगा।

इन चीज़ों का विशेष ध्यान दें

  1. बहाना बंद करिये।
  2. पढ़ने के स्थान को साफ और शांत रखिये।
  3. खान पान पर विशेष ध्यान दीजिये।
  4. थोड़ी देर पढ़ने के बाद ब्रेक लीजिये।
  5. मन को शांत करने के लिए पसंदीदा संगीत सुनिए।

इन चीज़ों को फॉलो करके आपके दिमाग के अंदर एक अलग ही प्रकार की स्फूर्ति आएगी और आपके शरीर से आलस निकल जायेगा। आपका मन धीरे धीरे पढाई में लगने लगेगा और कुछ समय आपको अपने अंदर बदलाव दिखने लगेगा।

आपको यह जानकारी कैसी लगी आप हमें कमेंट करके बताइये और इस लेख को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करिये। हम इसी प्रकार से शिक्षा से जुड़ी हुई हर एक छोटी बड़ी जानकारी को आपसे साझा करते रहेंगे।

पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र (FAQ) हिंदी में

Q :  पढ़ाई करने से पहले कौन सा मंत्र बोले?

Ans :  आप अगर पढ़ाई करने के लिए बैठे तो सबसे पहले आप सूर्य की तरफ मुंह कर कर बैठे और पढ़ाई करने से पहले उसका आप ओम नमो भगवती सरस्वती बीना वाहिनी नमक विद्या देही स्वाहा

Q : पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र क्या है?

Ans : जैसा की आप सभी को पता है जब भी आप पढ़ाई करने के लिए बैठते हैं तो आप अपने मन को 2 मिनट पूरा शांत करें और पढ़ाई के अलावा अपने दिमाग में कुछ भी आने नहीं दे और अपने जब पढ़ाई करते हैं सिर्फ पढ़ाई के टाइम वही बुक रख के पास में जो उसको आप को बढ़ाना है अन्यथा और सारा बुक नहीं रखे और पूरी जान आपका बुक में रहना चाहिए

Q : पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो क्या करना चाहिए?

Ans : अगर आप भी पढ़ाई करते हैं तो आपको ज्यादा देर पढ़ाई नहीं कर रहा है लगातार पढ़ाई नहीं करना है क्योंकि लगातार पढ़ाई करने से आपको बोर फील होगा इसलिए आप एक घंटा के अंतराल लेकर पढ़ाई करें एक घंटा पढ़ने के बाद 2 मिनट आप गाना सुन सकते हैं या कहीं भूल सकते हैं फिर से एक घंटा पड़े फिर से आप गाना सुन सकते हैं इस तरह से आप पढ़ाई करें

Q : पढ़ाई में कमजोर उसे तेज कैसे बने?

Ans : जो भी बच्चे कमजोर है वह कमजोर कैसे होते हैं वह बच्चा जो होता है वह नियमित रूप से पढ़ाई नहीं करते हैं जैसे कि एक दिन पढ़ाई किया दूसरा दिन फिर से लेकर तीसरा दिन किया चौथा दिन नहीं क्या इस तरह से पढ़ाई नहीं करना है अगर गांव तेज बंद है तो आप नियमित रूप से पढ़ाई करें

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