डिजिटल करंसी क्या है? पूरी जानकारी | Digital Currency

Digital Currency: इस आर्टिकल में हम आपको बताएं हैं कि डिजिटल करेंसी क्या है और डिजिटल करेंसी से आपको क्या फायदा है और डिजिटल करेंसी यूज कैसे कर सकते हैं सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल में दिए हैं आप इसे पूरा जरूर पढ़ें

Digital Currency: जब साल 2016 में नवम्बर  देश के प्रधान मंत्री के द्वारा जब नोटबंदी की घोषणा की थी तो पूरे देश को पैसे की समस्या से सामना करना पढ़ा था। लोगों  तो पैसे थे लेकिन उनकी जेब में नहीं आ रहे थे ,

उसके बाद से ही हमारे देश में कैश लेस ट्रांजैक्शन की शुरुआत हुई और देखते ही देखते देश के हर एक दूसरे इंसान के पास कैश लेस पेमेंट की सुविधा उपलब्ध है।

ठीक उसी प्रकार अब हमारा देश डिजिटल करंसी  (Digital Currency)  की ओर आगे बढ़ रहा है। अगर आपको भी डिजिटल करंसी (Digital Currency)  से जुडी हुई कोई पुख्ता जानकारी चाहिए तो आज के इस लेख में हम आपको डिजिटल करंसी से जुड़े हुए सभी पहलुओं को आप के साथ बारीकी से साझा करेंगे।

डिजिटल करंसी क्या है | Digital Currency kya hai

Digital Currency kya hai: डिजिटल करंसी (Digital Currency) का पूरा नाम ” सेन्ट्रल बैंक डिजिटल करंसी ” है। इसे ई मुद्रा  के नाम से भी जाना जाता है। डिजिटल करंसी (Digital Currency) को हम फिजिकल रूप से छू नहीं सकते हैं ,

यह सिर्फ आप अपने लैपटॉप , कप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से ही देख सकते हैं। इसके अलावा आप डिजिटल करंसी (Digital Currency) को ऑनलाइन के माध्यम से ट्रांसफर भी कर सकते हैं।

जबकि हम बात करें पेपर करंसी की तो इसे हम बैंक में जाकर ट्रांसफर करते हैं , लेकिन डिजिटल करंसी इससे पूरी तरह से भिन्न है।

क्रिप्टो करंसी (crypto currency) या डिजिटल करंसी (Digital Currency) को भारत सरकार के केंद्रीय बैंक से मान्यता मिल चुकी है। भारत में डिजिटल करंसी (Digital Currency) को डिजिटल रूपया के नाम से भी जाना जाता है।

अगर हम आसान भाषा में बात करें तो डिजिटल करंसी (Digital Currency) क्या होती है इसका सीधा मतलब है की इसे हम बिना बैंक में जाये अपने घर से ऑनलाइन के माध्यम से ट्रांसफर कर सकते हैं।

इसको ट्रांसफर करने के लिए आपको बैंकों की लम्बी लाइन में नहीं लगना पड़ता है। बस आप एक बार अपना बैंक अकॉउंट ओपन करवाने के बाद अपना ट्रांसफर कर सकते हैं।

डिजिटल  करंसी और क्रिप्टो करंसी में अंतर

डिजिटल करंसी (Digital Currency) और क्रिप्टो करंसी  मुख्य अंतर यह है की डिजिटल करंसी (Digital Currency) आम तौर पर एक वर्चुअल करंसी है। जिसे सेंट्रल बैंक के द्वारा टेंडर के जरिये जारी किया गया है।

और आपको बता दें की डिजिटल करंसी (Digital Currency) क़ानूनी रूप से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। डिजिटल करंसी (Digital Currency) को आम तौर उन देशों में लागु किया जा सकता  केंद्रीय बैंक के द्वारा इसको जारी करने की मान्यता मिल गयी है।  इस करंसी का प्रयोग कॉन्ट्रैक्ट लेस ट्रांजेक्क्शन के लिए किया जाता है।

अगर हम बात करें क्रिप्टो करंसी (crypto currency) की तो क्रिप्टो करंसी (crypto currency) फिजिकल करंसी नहीं होती है और बिटकॉइन भी क्रिप्टो करंसी crypto currency के अंतर्गत ही आती है।

आप इस करंसी को भी फिजिकल रुप से छु नहीं सकते हैं। इस तरह की करंसी सरकार के अधिकार में नहीं आती है और न ही कोई सरकार इसके सम्बंधित फैसले ले सकती है।

समय के अनुसार क्रिप्टो करंसी (crypto currency) के बाजार में उतार चढाव आते रहते हैं और  डिजिटल करंसी (Digital Currency) में बाजार का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता है। 

डिजिटल करंसी (Digital Currency) किन देशों में चलती है

आपको बताते चलें  दुनिया में कुछ गिने चुने ही देश हैं जो डिजिटल करंसी (Digital Currency) को जारी किये हुए हैं , वर्तमान समय में स्वीडन , जापान और चीन में ही डिजिटल करंसी (Digital Currency) को मान्यता मिली है

और अमरीका के साथ साथ भारत और भी बहुत देश डिजिटल करंसी (Digital Currency) को जारी करने की तयारी कर रहे हैं। कुछ अन्य देश जैसे बहमास , ट्यूनीशिया , इक्वाडोर में भी डिजिटल करंसी (Digital Currency) का प्रचलन है। 

डिजिटल करंसी (Digital Currency) के फायदे और विशेषताएं

1. डिजिटल करंसी (Digital Currency) को सरकारों के द्वारा मान्यता प्राप्त होगी।

2. डिजिटल करंसी (Digital Currency) आने के बाद लोगों को नगदी की समस्या से छुटकारा मिलेगा।

3. डिजिटल करंसी (Digital Currency) को केंद्रीय बैंक के बैलेंस शीट में शामिल किया जायेगा।

4. इस करंसी के लागु होने के बाद नोट छपने के खर्चे में कमीं आएगी।

5. इस करंसी के लागु होने के बाद लोगों का मूलयवान समय बचेगा। क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनिक करंसी का प्रकार है।

6. डिजिटल करंसी (Digital Currency) के बाद लोगों को पैसे की सुरक्षा से सम्बंधित डर का खत्म हो जायेगा।

डिजिटल करंसी (Digital Currency) के नुकसान

कोई भी चीज़ जिसके फायदे होते हैं उसी प्रकार उस चीज़ के कुछ नुकसान भी होते हैं , आइये जानते हैं डिजिटल करंसी (Digital Currency) के नुकसान –

1. डिजिटल करंसी (Digital Currency) आने के बाद बैंक कर्मचारियों का नुकसान होगा।

2. डिजिटल करंसी (Digital Currency) आने के बाद बैंक के कर्मचारी बेरोज़गार हो जायेंगे।

3. डिजिटल करंसी (Digital Currency) के जारी होने के बाद अर्थव्यवस्था के ऊपर क्या प्रभाव पड़ेगा उसकी अभी कोई जानकारी नहीं है , यह तो इसके लागु होने के बाद ही पता चलेगा।

डिजिटल करंसी (Digital Currency) का इस्तेमाल कैसे करें

इसके इस्तेमाल के लिए हमें सरकार की द्वारा जारी की गयी गाइडलाइन का फॉलो करना होगा , बाकि जानकारियां करंसी के लागु होने के बाद पता चलेंगी।

आपको डिजिटल करंसी (Digital Currency) से जुड़ा हुआ यह आर्टिकल कैसा लगा , आप हमें कमेंट के माध्यम से बताइये और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर कीजिये। हम इसी प्रकार आपकी जानकारी के लिए उपयोगी आर्टिकल आपके साथ साझा करते रहेंगे।  धन्यवाद …….

FAQ, Digital Currency kya hai

Q : इंडिया की डिजिटल करेंसी कौन सी है?

Ans : सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है

Q : डिजिटल करेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है?

Ans : डिजिटल करेंसी एक सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है

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