(डॉक्टर कैसे बने) 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने | 12th Ke Baad Doctor Kaise Bane

12th Ke Baad Doctor Kaise Bane: किस आर्टिकल में हमने आपको बताए हैं कि डॉक्टर कैसे बने (Doctor Kaise Bane) 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने (12th Ke Baad Doctor Kaise Bane) डॉक्टर बनने के लिए कौन से कोर्स करना चाहिए और डॉक्टर बनने के लिए 12वीं में कितने परसेंटेज चाहिए 12वीं के बाद डॉक्टर बनने में कितने साल लगते हैं और मेडिकल में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा होता है 12वीं के बाद सबसे अच्छा कोर्स कौन सा होता है डॉक्टर का सारी जानकारी इस आर्टिकल में दिए हैं आप इसे पूरा जरूर पढ़ें

12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने | 12th Ke Baad Doctor Kaise Bane

12th Ke Baad Doctor Kaise Bane: डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है, वे वही हैं जो भगवान के बाद लोगों के जीवन को बचाते हैं, इस पेशे को समाज में बहुत सम्मान दिया जाता है।

इसीलिए बचपन से ही बहुत लोगों का सपना होता है कि वे बड़े होकर एक अच्छा डॉक्टर बने। डॉक्टर बनने के लिए काफी पढ़ाई और कड़ी मेहनत करने पढ़ती हैं।

हालांकि डॉक्टर हर कोई नहीं बन सकता, डॉक्टर सिर्फ वही बन सकते हैं, जिन्होंने विज्ञान से 12वीं पास की हो, इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने?

आज आप डॉक्टर के संबंध में सभी जानकारियां विस्तार पूर्वक हासिल करेंगे। आज आप सीखेंगे कि 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने, डॉक्टर बनने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है,

डॉक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है तथा डॉक्टर बनने के लिए कौन सी परीक्षा पास करने होती है आदि। अगर आप यह सभी जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत शुरू से आखरी तक पढ़े

12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने (12th Ke Baad Doctor Kaise Bane)

12th Ke Baad Doctor Kaise Bane: 12वीं के बाद डॉक्टर बनने के लिए सबसे पहले आपको 10वीं पास करने के बाद इंटरमीडिएट साइंस में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCM) विषय को रख कर पढाई करनी होगी।

इन तीनों विषय में आपको 60 प्रतिशत से ज्यादा अंकों के साथ पास होना होगा। इसके बाद आपको मेडिकल प्रवेश परीक्षा यानी National Eligibility cum Entrance (NEET) की तैयारी करनी है।

Medical Entrance Exam (NEET) की तैयारी हाईस्कूल और इंटर से ही प्रारम्भ कर दें, क्योंकि यह परीक्षा बेहद ही कठिन होती है और इसे अच्छे नंबरों से पास करने में काफी समय लगता है।

इंटरमीडिएट में पढ़ाए जाने वाले विषयों फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी के प्रश्न आपको मेडिकल कॉलेज की प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) में सहायता करेगे।

इसके बाद NEET की परीक्षा के लिए आवेदन करें, और अच्छे नंबरों से इस परीक्षा को क्लियर करें। यह परीक्षा ऑफलाइन होती है, इस परीक्षा के लिए कड़ी तैयारी करनी पड़ती है क्योंकि इसमें नेगेटिव मार्किंग भी होती है। यानी अगर आप कोई प्रश्न गलत करते हैं तो आपका नंबर काटा जाता है।

इस परीक्षा को पास करने के बाद आपको गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलता है, ये टोटल 5.5 साल का कोर्स होता है, जिसमें 4.5 साल की पढाई होती है और 1 साल की इंटर्नशिप होती है।

जिसे सफलतापूर्वक पूरा कर लेने के बाद आप एक Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery (MBBS) डॉक्टर बना जा सकता हैं।

MBBS क्या है | MBBS kya hai

बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS) एक प्रकार का ऐसा कोर्स है जो डॉक्टर बनने के लिए अनिवार्य माना जाता है। भारत में सबसे ज्यादा से ज्यादा छात्र मेडिकल एंट्रेंस के बाद MBBS लेना पसंद करते हैं, इसलिए एमबीबीएस जैसे कोर्स में कंपटीशन सबसे ज्यादा होता है।

MBBS के लिए योग्यता

किसी भी MBBS कॉलेज में भर्ती होने के लिए एक छात्र को NEET का Entrance Exam क्लियर करना बहुत जरूरी होता है।

MBBS के कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए आपकी उम्र न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 25 वर्ष के होनी चाहिए, यदि  आपकी उम्र 18 से कम और 25 वर्ष से ज्यादा है तो आप MBBS कॉलेज में एडमिशन नहीं पाएंगे।

MBBS के बाद क्या करना चाहिए

डॉक्टरी लाइन में सबसे बड़ी डिग्री एमडी की होती है। एमडी यानी Doctor Of Medicine. यह सुपर-स्पेशलाइजेशन होती है और इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष की होती है। इस कोर्स में किसी एक प्रोफाइल में एक्सपर्ट बनाया जाता है।

MBBS के बाद ही छात्र MD (Doctorate of Medicine) बनने के लिए तैयारी कर सकता है। MD की डिग्री पीएचडी की डिग्री के बराबर होती है।

डॉक्टर की पढ़ाई में कितना पैसा लगता है

अगर आप NEET की परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास होते हैं तो आपको गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन मिल जाएगा। गवर्नमेंट कॉलेज की फीस प्राइवेट कॉलेज से लगभग 10 गुना कम होती है।

अगर सरकारी स्कूल की फीस की बात करें तो अधिकतम 25 से 30 हजार सालाना होते है, वही प्राइवेट कॉलेज की बात करें तो 5 लाख से 30 लाख या उससे ज्यादा भी हो सालाना पीस हो सकती है।

भारत में टॉप मेडिकल कॉलेज

  • All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), Delhi
  • Christian Medical College, Vellore
  • Grant Medical College, Mumbai
  •  
  • Osmania Medical College, Hyderabad
  • Government Medical College & Hospital, Chandigarh
  • J. Medical College, Ahmedabad
  • Government Medical College, Thiruvananthapuram
  • Kasturba Medical College (KMC), Manipal
  • Bangalore Medical College & R esearch Institute, Bangalore
  • King George’s Medical University, Lucknow
  • Institute of Postgraduate Medical Education & Research, Kolkata
  • Maulana Azad Medical College, Delhi
  • Madras Medical College, Chennai
  • Seth G.S. Medical College, Mumbai

डॉक्टर के लिए जॉब प्रोफाइल

एक डॉक्टर के रूप में करियर बहुत फायदेमंद है क्योंकि यह चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के करियर विकल्प प्रदान करता है।

एक डॉक्टर की नौकरी उच्च स्तर की नौकरी मानी जाती है, एक सामान्य चिकित्सक या विभिन्न रोगों और शरीर रचना के कुछ हिस्सों के विशेषज्ञ बनने का विकल्प चुन सकते हैं। डॉक्टरों के लिए कुछ जॉब प्रोफाइल निम्नलिखित हैं।

त्वचा विशेषज्ञ- त्वचा विशेषज्ञ त्वचा से संबंधित स्थितियों का इलाज करते हैं। वे त्वचा और उससे संबंधित संरचनाओं, कार्यों और रोगों का अध्ययन करते हैं। वे बालों और नाखूनों का भी इलाज कर सकते हैं।

हृदय रोग विशेषज्ञ-  हृदय रोग विशेषज्ञ वह होते हैं जो हृदय प्रणाली की स्थितियों का इलाज करते है। वे हृदय रोगों के संभावित जोखिम को निर्धारित करने और उन्हें रोकने के लिए कार्रवाई करने के लिए रोगियों के चिकित्सा और पारिवारिक इतिहास का आकलन करते हैं।

बाल रोग विशेषज्ञ- बाल रोग विशेषज्ञ बच्चों की वृद्धि और विकास का आकलन करने के लिए नियमित रूप से उनकी जांच करते हैं। बाल रोग विशेषज्ञ टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच से लेकर गंभीर बीमारियों और बीमारियों के निदान और उपचार तक कई तरह की सेवाएं प्रदान करते हैं।

जनरल सर्जन- जनरल सर्जन शरीर के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे पाचन तंत्र, त्वचा या पेट में गंभीर समस्याओं वाले रोगियों का इलाज करते हैं। कुछ सर्जन चिकित्सा के विशिष्ट क्षेत्रों में विशेषज्ञ होते हैं,

जैसे ऑन्कोलॉजी, बाल रोग, अंग प्रत्यारोपण, हड्डी रोग आदि, वे टूटी हुई हड्डियाँ, और कैंसर ट्यूमर या विकृति जैसे रोगों वाले रोगियों का इलाज करते हैं।

सामान्य चिकित्सक- सामान्य चिकित्सक रोगियों की नियमित रूप से रोगी की जांच करते हैं, किसी भी बीमारी का निदान करते हैं, दवाएं लिखते हैं, और उन्हें आहार, स्वच्छता और निवारक स्वास्थ्य देखभाल के बारे में सलाह देते हैं।

दंत चिकित्सक- दंत चिकित्सक रोगी के दांतों, मसूड़ों और मुंह के अन्य संबंधित भागों से संबंधित समस्याओं का निदान और उपचार करते हैं। दंत चिकित्सक अच्छे दंत स्वास्थ्य और दंत रोगों की रोकथाम करते हैं।

ईएनटी विशेषज्ञ- ईएनटी विशेषज्ञ नाक, कान, गले से संबंधित बीमारियों का इलाज करते हैं।

स्त्री रोग विशेषज्ञ- एक स्त्री रोग विशेषज्ञ महिला रोगियों के समग्र स्वास्थ्य का इलाज करता है, महिला प्रजनन प्रणाली की समस्याओं और रोगों का इलाज करता है।

12वीं के बाद डॉक्टर के रूप में करियर और नौकरी के अवसर

यह एक ऐसी लाइन है, जहां आसानी से सरकारी नौकरी मिल सकती है। पर ज्यादातर उम्मीदवार प्राइवेट नौकरी के लिए जाते हैं या अपने स्वयं के अस्पताल खोलते हैं, क्योंकि प्राइवेट हॉस्पिटल में सरकारी हॉस्पिटल के मुकाबले ज्यादा सैलरी मिलती है, यही कारण है कि इस क्षेत्र में सरकारी नौकरी प्राप्त करना आसान है।

एमबीबीएस का कोर्स पूरा करने के बाद छात्र को आगे बढ़ने के लिए करियर में कई विकल्प मिल जाते हैं जैसे-

  • Hospitals
  • Laboratories
  • Biomedical Companies
  • Nursing Homes
  • Medical Colleges
  • Health Centres
  • Pharmaceutical and Biotechnology Companies

एमबीबीएस की परीक्षा पास करने के बाद ज्यादातर उम्मीदवार मास्टर ऑफ मेडिसिन (MD) या मास्टर ऑफ सर्जरी (MS) के लिए जाते हैं। हालांकि केवल एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने के बाद कोई भी उम्मीदवार – Doctor, Junior doctors, Physician, Junior Surgeons, Medical Professor or Lecturer, Researcher, Scientist आदि, रूप में काम कर सकता है।

इन क्षेत्रों में नए छात्र को अनुभवी छात्र के मुकाबले कम वेतन मिलता है, हालांकि यह हर क्षेत्र में बहुत आम है। औसतन, एक एमबीबीएस को फ्रेशर के रूप में लगभग 25,000/- प्रति माह से 40,000/- प्रति माह तक मिलेगा।

लेकिन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सैलरी बढ़ जाती है, फिर चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट क्षेत्र में, उसकी सैलरी 10 से 12 लाख प्रति वर्ष तक हो जाती है।

बहुत से लोग एमबीबीएस करने के बाद एमडी या एमएस करते हैं जिसके बाद वे खुद का अस्पताल खोलने का विकल्प चुनते है। हालांकि यह पूरी तरह से एक पर निर्भर करता है कि वह अपने करियर को कैसे आकार देना चाहता है। एक डॉक्टर के रूप में करियर हर तरह से सबसे अच्छा है।

डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं

  1. Allopathic doctor
  2.  Homeopathic doctor 
  3.  Ayurvedic doctor
  4.  Unani doctor

Allopathic doctor- आधुनिक चिकित्‍सा विज्ञान को एलोपैथी या एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति (Allopathic medicine) कहते हैं। Allopathy दो शब्दों के मेल से बना है, Allo तथा pathy जहां पर Allo का मतलब अन्य और pathy का मतलब पद्धति होता है।

Homeopathic doctor- होम्योपैथी एक Pseudo-scientist चिकित्सा पद्धति है। होम्‍योपैथी चिकित्‍सा Pseudo-scientist के जन्‍मदाता सैमुएल हैनीमेन है।

यह चिकित्सा कथित रूप से ‘समरूपता के सिंद्धात’ पर आधारित है जिसके अनुसार औषधियाँ उन रोगों से मिलते जुलते रोग दूर कर सकती हैं, जिन्हें वे उत्पन्न कर सकती हैं।

Ayurvedic doctor- आयुर्वेद कोई वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली नहीं है, बल्कि वो एक मुख्य चिकित्सा प्रणाली ही है। आयुर्वेद एक बेसिक और इस दुनिया का सबसे पहला मेडिकल साइंस है।

आयुर्वेद या आयुर्वेदशास्त्र एक भारतीय चिकित्सा प्रणाली है वैसे ही जैसे आज मॉडर्न मेडिसिन विदेशी चिकित्सा प्रणाली है, आयुर्वेद उससे काफी Advanced भी है।

Unani Doctor- यूनानी चिकित्सा पद्धति को केवल यूनानी या हिकमत के नाम से भी पुकारा जाता है। भारत में सौ से भी अधिक यूनानी चिकित्सा विश्वविद्यालयों में यूनानी चिकित्सा पद्धति सिखाया जाता है। यह प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के करीब है। इसे भारत में भी वैकल्पिक चिकित्सा माना गया है।

सारांश

आज इस पोस्ट के माध्यम से आपने डॉक्टर बनने के संबंध में सभी जानकारियां हासिल की हैं। आज आपने 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने से लेकर डॉक्टर की जॉब प्रोफाइल के बारे में विस्तार से सीखा है।

हम उम्मीद करते हैं कि इस पोस्ट के माध्यम से आपको इस बारे में अच्छी पूरी और गुणवत्ता पूर्ण जानकारी मिली होगी, तथा आप इसे ऐसे लोगो तक जरूर पहुंचेंगे जो 12वीं के बाद डॉक्टर बनना चाहते हैं।

12th Ke Baad Doctor Kaise Bane (FAQ) in hindi

Q : 12वीं के बाद डॉक्टर बनने में कितना समय लगता है?

Ans : फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी (BCB) से 12वीं करने के बाद NEET की तैयारी करनी होती है, इसके बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलता है।
 
यहां 5.5 साल की एमबीबीएस अंडरग्रेजुएट डिग्री करनी पड़ती है। एमबीबीएस कोर्स के दौरान उम्मीदवारों को प्री-क्लिनिकल, पैरा-क्लिनिकल और क्लिनिकल विषय पढ़ाए जाते हैं। यानी डॉक्टर बनने में करीब 6 से 7 वर्ष का समय लगता है।

Q : मेडिकल में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है?

Ans : मेडिकल में सबसे अच्छा कोर्स एमबीबीएस को माना जाता है। वहीं मेडिकल लाइन में एमबीबीएस के बाद जो दूसरा सबसे लोकप्रिय कोर्स आता है, वो है बीडीएस। इसके अलावा B.Sc Nursing, BUMS, BAMS और BPT भी अच्छे कोर्स हैं।

Q : बिना NET एग्जाम दिये डॉक्टर कैसे बने?

Ans : अगर आप नीट का एग्जाम दिए बिना ही डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आप बीएससी नर्सिंग, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी, बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी, बैचलर ऑफ फार्मेसी, बीएससी साइकोलॉजी, बीएससी बायोमेडिकल साइंस जैसे कोर्स कर सकते हैं।

Q : . NEET में कितने नंबर आने पर सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिलता है?

Ans : NEET में पास होने के लिए में 140 से लेकर 720 अंक लाने होते हैं। पर अगर आप एक अच्छे सरकारी कॉलेज में दाखिला लेना चाहते हैं तो NEET में आपको 600 से ज्यादा अंक लाने होंगे। साथ ही अगर आपको एक अच्छे और प्रतिष्ठित प्राइवेट कॉलेज में दाखिला लेना है तो उसके लिए भी आपको 550 से ज्यादा अंक प्राप्त करने होंगे।

Q : क्या NEET का एग्जाम दिए बिना एमबीबीएस डॉक्टर बना जाता है?

Ans : नहीं, एमबीबीएस, बीडीएस या इससे संबंधित कोई अन्य कोर्स करने के लिए नीट परीक्षा पास करना अनिवार्य है। कुछ फार्मेसी पाठ्यक्रम हैं जो NEET परीक्षा के बिना पेश किए जाते हैं। अगर आपको एमबीबीएस डॉक्टर बनना है तो आपको NEET का एग्जाम क्लियर करना ही होगा।

Q : 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने

Ans : इस आर्टिकल में हमने आपको सारी जानकारी दे दिए हैं आप इसे पूरा कर सकते हो

Q : 12th Ke Baad Doctor Kaise Bane

Ans : इस आर्टिकल में हमने आपको सारी जानकारी दे दिए हैं आप इसे पूरा कर सकते हो

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